74वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर लखनऊ जीपीओ रंगीन रोशनी में नहाया नजर आया। रंग-बिरंगी लड़ियों से जीपीओ को सजाया गया है। लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि लखनऊ जीपीओ ऐतिहासिक होने के साथ-साथ राजधानी के चुनिन्दा हेरिटेज भवनों में शामिल है। हजरतगंज के हृदयस्थल में राजभवन और विधान सभा भवन के बगल में स्थित लखनऊ जीपीओ स्वतंत्रता आंदोलन की कई महत्वपूर्ण घटनाओं का यह गवाह रहा है। यहीं पर काकोरी कांड की सुनवाई हुई थी। डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव यादव ने बताया कि एक जमाने में यहाँ अंग्रेजों का रिंग थियेटर हुआ करता था, 1929 से 1932 के दौरान वर्तमान जीपीओ भवन अस्तित्व में आया। इसके समक्ष स्थित जीपीओ पार्क आज भी राजधानी में तमाम राजनैतिक और सामाजिक गतिविधियों का प्रमुख केंद्र बिन्दु है।
वहीं, लखनऊ जीपीओ के चीफ पोस्टमास्टर श्री आरएन यादव ने बताया कि, स्वतंत्रता दिवस पर जीपीओ में प्रात: 8 बजे लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव द्वारा ध्वजारोहण किया जायेगा। कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु सामाजिक दूरी और अन्य एहतियात के साथ कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव से आज पार्टी के राज्य मुख्यालय पर प्रदेश के सभी शिक्षक एवं कर्मचारी संगठनों के नेताओं ने मुलाकात की। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष इं0 हरि किशोर तिवारी के साथ विभिन्न शिक्षक संगठनों और रसोईया संगठन के अध्यक्षों ने श्री अखिलेश यादव को एक ज्ञापन दिया। मुलाकात के दौरान कर्मचारी नेताओं ने 2005 से पूर्व में लागू पुरानी पेंशन लागू करने समेत कर्मचारियों और शिक्षकों की अन्य मांगों और समस्याओं पर चर्चा की। श्री अखिलेश यादव जी ने कर्मचारी नेताओं और शिक्षकों को भरोसा दिलाया कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर न्याय किया जाएगा। इस अवसर पर वित्तविहीन शिक्षकों के मानदेय, शिक्षामित्रों की समस्याओं पर चर्चा हुई। बैठक में माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रवक्ता डॉ0 महेन्द्र नाथ राय समेत विभिन्न कर्मचारी संगठनों के अध्यक्ष समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। कर्मचारी और शिक्षक पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग समेत कर्मचारियों की अन्य मांगों को लेकर आंदोलनरत है। भाजपा सरकार इनकी मांगों को लेकर उदासीन ...